भक्तामर हीलिंग से जीवन बदलने वाली तीन सहेलियां सुजाताजी शिंगवी, स्नेहलजी चोरडिया, सीमाजी सेठिया के दोस्ती की अनोखी दास्तान !
जिंदगी में अगर सबसे खूबसूरत कोई रिश्ता होगा तो वह है, दोस्ती का… यह रिश्ता किसी भी अपने, पराए, बेगाने के साथ जुड़ सकता है। यह रिश्ता हमारी दुनिया को रंगीन बना देता है। हम तीनों सहेलियों की जिंदगी भी कुछ ऐसी ही थी.. खुली किताब की तरह। पुणे की हम तीनों सहेलियां साथ मिलकर जीवन में कुछ अलग करना चाहती थी। मन में पनप रही इस चाह को हकीकत में बदलने के लिए संजोग भी आया।
अहमदाबाद के अनेक वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित निकुंज गुरुजी… जिनके सानिध्य में 25 फरवरी 2021 को एक वर्ष का भक्तामर कोर्स करने का अवसर हमें प्राप्त हुआ। प्रभु आदिनाथ के आशीर्वाद से भक्तामर हीलिंग की शुरुआत हमारी पहली साधिका थी, सरलाजी गांधी से हुई। जिन्हें पेट का कैंसर था। भक्तामर हीलिंग की साधना से कैंसर जैसा रोग 15 दिन में ही ठीक हो गया। उनके नॉर्मल रिपोर्ट्स आ गए और हम तीनों सहेलियों के आत्मविश्वास में चार चांद लग गए।
शुरुआत में तो केवल 20-25 ही साधक इस साधना में जुड़े लेकिन धीरे-धीरे हजारों लोग इस साधना में जुड़ने लगे। भक्तामर हीलिंग के द्वारा कोरोना काल में हजारों लोगों का कोरोना कोसों दूर भगाने में हमें सफलता मिली।
3 साल से निरंतर भक्तांमर हीलिंग के ऑनलाइन क्लासेस चल रहे हैं। सप्ताह में सोमवार, मंगलवार स्नेहलजी मेडिटेशन, सुख का गारंटी कार्ड, भक्तामर के श्लोकों का बीज मंत्र, प्रतिक्रमण का अर्थ, प्राणायाम मुद्रा, गर्भ संस्कार के क्लासेस लेती है। बुधवार, गुरुवार सीमाजी भक्तामर का अर्थ, जीवन जीने की कला, आत्मा की शुद्धता को कैसे बढ़ाएं आदि विषयों पर क्लासेस लेती है। वही शुक्रवार, शनिवार कर्म सिद्धांत, बड़ी साधु वंदना, अनुप्रेक्षा, 25 बोल, मेडिटेशन पर सुजाताजी क्लासेस लेती है। मेडिटेशन क्लास सप्ताह में दो बार होता है और आँकल्ट साइंस – स्वर विज्ञान, रेकी, वॉच एनालिसिस, भक्तामर एडवांस्ड कोर्सेस, सात चक्र के क्लासेस लिए जाते हैं।
आध्यात्मिक क्षेत्र के साथ सामाजिक क्षेत्र में भी हम तीनों अपना योगदान देती है। हम तीनों दोस्त साधर्मी सेवा, गौशाला, आदिवासी – अंध विद्यालय के बच्चों को साहित्य सामग्री, ब्लैंकेट आदि आवश्यकताओं की पूर्ति करने में प्रयासरत रहती हैं। भारत के साथ दुबई, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका, जापान आदि देश विदेश से 10000 से 12000 लोग भक्तामर हीलिंग से जुड़े हैं। 3 साल से रोज बिना किसी रूकावट के 250 से 300 लोग रोज भक्तामर हीलिंग का लाभ उठाते हैं। निकुंज गुरुजी के सानिध्य में महावीर प्रतिष्ठान में घर-घर भक्तामर का लाइव प्रोग्राम आयोजित किया गया। पारस चैनल, अरिहंत चैनल में भी निकुंज गुरुजी के साथ 7 जनवरी 2024 को उनका सेशन हुआ।
19 फरवरी 2024 को शत्रुंजय मंदिर में आदिनाथ भक्तामर हीलिंग सेंटर पुणे द्वारा पूरे भारत से 400 लोगों का स्नेहमिलन भी आयोजित किया गया।
आदिनाथ भक्तामर हीलिंग सेंटर, पुणे का एक ही नारा घर-घर हो भक्तांमर। इसके लिए ऑफलाइन भक्तामर अनुष्ठान किए जाते हैं। शादी, जन्मदिन, पुण्यतिथि आदि कोई कारण हो या ना हो फिर भी भक्तामर अनुष्ठान की साधना घर-घर की जाती है। सीए, सीएस डॉक्टर, इंजीनियरिंग आदि कोई भी पढ़ाई करने वाले बच्चों का भी भक्तमर हीलिंग का क्लास निशुल्क लिया जाता है।
हम तीनों सहेलियों का ध्येय यही है कि आनेवाली पीढ़ी को जैन धर्म से उजागर करना। उन्हें जैन धर्म से जोड़ना, उसकी महत्ता को दर्शाना। हमारे पास ज्ञान का खजाना है। अगर हम उसका लाभ उठाएंगे, तो कहीं भटकने की जरूरत नहीं पडेगीं। शारीरिक वेदना से मुक्ति इस उद्देश्य से उन्होंने कदम बढ़ाए थे, लेकिन व्यवसाय में कोई समस्या है, जॉब में प्रमोशन नहीं हो रहा है , आर्थिक समस्या, विवाह समस्या, स्मरण शक्ति को बढ़ाना, डिप्रेशन आदि कई समस्याओं का समाधान आदिनाथ भक्तामर हीलिंग सेंटर, पुणे में मिल जाता है।
श्रद्धा – सेवा – समर्पण तीनों का संगम है यह हम तीनों सहेलियां सुजाता – स्नेहल – सीमा। हम भक्तामर के द्वारा जैन धर्म के मोती घर-घर में बिखेर रहे है।